प्रदेश के स्कूलों में ही बनेंगे विद्यार्थियों के आधार कार्ड
18 अगस्त से शुरू होगा विशेष अभियान – विद्यार्थी के लिए आधार, अब विद्यालय के द्वार

भोपाल। प्रदेश के विद्यार्थियों के लिए एक बड़ी सुविधा शुरू होने जा रही है। अब बच्चों के आधार कार्ड बनवाने और अपडेट कराने के लिए अभिभावकों को भटकना नहीं पड़ेगा। स्कूल शिक्षा विभाग और भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) के सहयोग से प्रदेश के स्कूलों में ही आधार नामांकन और अपडेट शिविर लगाए जाएंगे।
18 अगस्त से पहले चरण की शुरुआत
- यह विशेष अभियान 18 अगस्त 2025 से शुरू होगा।
- पहले चरण में 40 जिलों में यह अभियान एक से दो महीने तक चलेगा।
- शेष 15 जिलों में दूसरा चरण सितंबर 2025 के पहले सप्ताह से शुरू होगा।
अभियान का नाम “विद्यार्थी के लिए आधार, अब विद्यालय के द्वार” रखा गया है।
बच्चों के लिए अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट (MBU)
यह पहल मुख्य रूप से बच्चों के अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट पर केंद्रित है। इसमें उंगलियों के निशान, आईरिस स्कैन और फोटो अपडेट किए जाएंगे।
👉 5 साल की उम्र पर पहला MBU जरूरी
- 5 से 7 साल की उम्र तक अपडेट निःशुल्क होगा।
- 7 साल के बाद शुल्क देना होगा।
👉 15 साल की उम्र पर दूसरा MBU अनिवार्य
- 15 से 17 साल की उम्र तक यह अपडेट निःशुल्क रहेगा।
- 17 साल के बाद शुल्क लागू होगा।
अभिभावकों को क्या मिलेगा लाभ?
- बच्चों के लिए आधार कार्ड बनवाने या अपडेट कराने के लिए बाहर नहीं जाना होगा।
- नजदीकी स्कूल में ही सुविधा उपलब्ध होगी।
- समय और धन दोनों की बचत होगी।
क्यों जरूरी है यह अभियान?
आधार कार्ड आज हर सरकारी योजना और शैक्षणिक प्रक्रिया के लिए आवश्यक है। छात्रवृत्ति, परीक्षा पंजीयन, बैंक खाता, और अन्य योजनाओं का लाभ उठाने के लिए सही और अपडेटेड आधार अनिवार्य है। इस अभियान से लाखों विद्यार्थियों को फायदा मिलेगा।