स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
मध्य प्रदेश

बड़ी लापरवाही : सिवनी मालवा के स्कूल में राष्ट्रीय ध्वज का अपमान

कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश, जिम्मेदारों पर गिरेगी गाज

संवाददाता राकेश पटेल इक्का

सिवनी मालवा।
स्वतंत्रता दिवस जैसे पावन अवसर पर सिवनी मालवा के ग्राम खारीखेड़ा स्कूल में राष्ट्रीय ध्वज का अपमान सामने आया है। स्कूल प्रबंधन की लापरवाही के कारण ध्वजारोहण के बाद तिरंगे को पूरी रात स्कूल भवन पर ही लटकाए रखा गया, जबकि राष्ट्रीय ध्वज संहिता का स्पष्ट प्रावधान है कि तिरंगे को सूर्योदय से सूर्यास्त तक ही फहराया जा सकता है

इस गंभीर चूक के बाद कलेक्टर सोनिया मीणा ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

ग्रामीणों ने किया खुलासा, वीडियो वायरल

मामले की पोल तब खुली जब ग्रामीणों ने ध्वज को रात में उतारकर उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
गांव के ही नागरिक विश्राम ने बताया कि जब उन्होंने देखा कि तिरंगा पूरी रात भवन पर लटक रहा है तो ग्रामीणों ने मिलकर उसे सम्मानपूर्वक उतारा।

राष्ट्रीय ध्वज संहिता का उल्लंघन

भारतीय ध्वज संहिता 2002 के अनुसार:

  • तिरंगा केवल सूर्योदय से सूर्यास्त तक ही फहराया जा सकता है।
  • ध्वज को हमेशा सम्मानजनक स्थान पर ही लगाया जाना चाहिए।
  • गंदे, क्षतिग्रस्त या अनुचित ढंग से लगे झंडे का प्रदर्शन पूरी तरह प्रतिबंधित है।

इस घटना में न केवल ध्वज संहिता का उल्लंघन हुआ है बल्कि यह देश की शान और सम्मान से भी खिलवाड़ है।

कलेक्टर पहले भी विवादों में

कलेक्टर सोनिया मीणा पहले भी विवादों में रह चुकी हैं। कुछ समय पहले उन्हें हाईकोर्ट ने फटकार लगाई थी जब उन्होंने महाधिवक्ता की अनुमति के बिना सीधे पत्राचार करने की कोशिश की थी। अब ध्वज अपमान जैसे गंभीर मामले में उनका प्रशासन फिर सवालों के घेरे में है।

क्या होगी कार्रवाई?

कलेक्टर ने बयान जारी कर कहा है कि मामले की जांच कराई जाएगी और जिम्मेदार अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, स्थानीय नागरिकों का कहना है कि सिर्फ जांच के आदेश देकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ना प्रशासन की आदत बन चुकी है, जबकि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी शर्मनाक घटनाएं दोबारा न हों।

निष्कर्ष

सिवनी मालवा के स्कूल में तिरंगे के साथ हुई यह लापरवाही बेहद निंदनीय है। स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज का अपमान प्रशासन की कार्यशैली और लापरवाह रवैये को उजागर करता है। अब देखना यह है कि जांच के बाद दोषियों पर वास्तव में कार्रवाई होती है या फिर यह मामला भी महज़ औपचारिकता बनकर रह जाएगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button