Chris Woakes की हिम्मत ने सबको चौंकाया! कंधा टूटा फिर भी खेलने को तैयार

इंग्लैंड के तेज गेंदबाज Chris Woakes ने अपनी बहादुरी से सबको हैरान कर दिया है। ओवल टेस्ट में उनके कंधे में गंभीर चोट है लेकिन इसके बावजूद उन्होंने मैदान में उतरने की इच्छा जताई है। टीम को जरूरत पड़ी तो वो बल्लेबाजी करने उतरेंगे। उनके इस जज्बे की तुलना 1986 में पाकिस्तान के सलीम मलिक और 1992 में न्यूजीलैंड के गेविन लार्सन से की जा रही है जिन्होंने भी गंभीर चोटों के बावजूद मैदान छोड़ा नहीं।
सलीम मलिक की तरह टूटा हाथ लेकर बल्लेबाजी
1986 में पाकिस्तान के सलीम मलिक ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैच में घायल हाथ के साथ बल्लेबाजी की थी। उनकी बायीं कलाई टूटी हुई थी लेकिन फिर भी वह टीम के लिए बल्लेबाजी करने नंबर 11 पर आए। उन्होंने 14 गेंदों में 3 रन बनाकर वसीम अकरम के साथ साझेदारी की और पाकिस्तान को जीत दिलाने में भूमिका निभाई। उनका हौसला क्रिकेट इतिहास की सबसे प्रेरणादायक घटनाओं में गिना जाता है।
This could be Woakes batting at The Oval, if required.
Rare footage of Saleem Malik who batted despite broken arm in the 1986 Faisalabad Test. Batted left-handed & right-handed. Helped Wasim Akram get to his maiden Test fifty
Courtesy: Cricket King Zohaib pic.twitter.com/0QcHDQ8AgY
— Sarang Bhalerao (@bhaleraosarang) August 3, 2025
1992 में लार्सन ने भी दिखाई थी जिद
न्यूजीलैंड के गेविन लार्सन ने भी 1992 की शेल कप फाइनल में चोटिल हाथ के साथ बल्लेबाजी की थी। वो वेलिंग्टन की टीम से खेल रहे थे और लक्ष्य का पीछा कर रहे थे। जब पूरी टीम ढह गई तो लार्सन नंबर 11 पर बल्लेबाजी करने आए। उन्होंने 2 गेंदों में 1 रन बनाकर यह साबित कर दिया कि खिलाड़ियों के लिए टीम से ऊपर कुछ नहीं होता।
भारत की राह में दीवार बन सकते हैं वोक्स
ओवल टेस्ट के पांचवें दिन का खेल बहुत रोमांचक हो गया है। भारत को जीत के लिए 3 विकेट चाहिए जबकि इंग्लैंड को सिर्फ 35 रन। ऐसे में यदि वोक्स को बल्लेबाजी के लिए उतरना पड़ता है तो वह भारत की जीत की राह में रोड़ा बन सकते हैं। उनका अनुभव और संयम इंग्लैंड के काम आ सकता है।
रिषभ पंत से भी आगे निकल सकते हैं वोक्स?
रिषभ पंत ने ऑस्ट्रेलिया दौरे में चोटिल पैर के बावजूद शानदार पारी खेली थी लेकिन क्रिस वोक्स के सामने हालात और कठिन हैं क्योंकि वह एक टूटे कंधे के साथ बल्लेबाजी करेंगे। कंधे की चोट में बल्ला पकड़ना और शॉट लगाना बेहद मुश्किल होता है। ऐसे में अगर वोक्स ऐसा कर पाए तो यह क्रिकेट के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो जाएगा।