पंचायत सीईओ राजेश सोनी 20 हज़ार रुपये लेते गिरफ्तार, लोकायुक्त की रेड से हड़कंप
पंचायत सीईओ राजेश सोनी रिश्वत मामले में गिरफ्तार, लोकायुक्त उज्जैन ने किया कार्रवाई। जानें कैसे हुई गिरफ्तारी और जांच की जानकारी।

देवास/उज्जैन। देवास जिले के टोंकखुर्द जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) राजेश सोनी को लोकायुक्त उज्जैन की टीम ने शुक्रवार की सुबह 20 हज़ार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। यह घटना प्रशासनिक तंत्र में हड़कंप मचा गई है और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत जांच शुरू कर दी गई है।
सीईओ ने मांगी थी रिश्वत
जानकारी के अनुसार, सीईओ राजेश सोनी ने रोजगार सहायक कृष्णपाल सिंह से तबादले के बदले 20 हज़ार रुपये की रिश्वत मांगी थी। कृष्णपाल सिंह, निवासी सोनसर, ने 29 सितंबर 2025 को इस मामले की शिकायत सीधे लोकायुक्त उज्जैन में दर्ज कराई थी। शिकायत में स्पष्ट रूप से बताया गया कि बिना रिश्वत दिए उसका तबादला नहीं किया जा रहा।
लोकायुक्त टीम ने किया जाल बिछाया
शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त उज्जैन ने निरीक्षक दीपक सेजवार को जांच का जिम्मा सौंपा। सत्यापन के दौरान पता चला कि रिश्वत की मांग वास्तविक थी। इसके बाद लोकायुक्त टीम ने शुक्रवार को जाल बिछाया और जैसे ही सीईओ ने रुपये हाथ में लिए, उसे मौके पर गिरफ्तार कर लिया।
इस ऑपरेशन में लोकायुक्त की सात से अधिक टीम सदस्य शामिल थे और मामले से जुड़े सभी साक्ष्य जब्त किए गए।
कार्रवाई और जांच
राजेश सोनी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जांच यह पता लगाने के लिए जारी है कि क्या यह अकेले की करतूत थी या इसके पीछे कोई बड़ी नेटवर्किंग भी शामिल है।
प्रशासन में हड़कंप
लोकायुक्त की इस कार्रवाई के बाद टोंकखुर्द जनपद पंचायत कार्यालय में प्रशासनिक व्यवस्था में हड़कंप मच गया। अधिकारियों और कर्मचारियों में चौंक और चर्चा का माहौल देखने को मिला।