नरसिंहपुर में खौफनाक हत्याकांड: कुल्हाड़ी से संतोष की हत्या कर लाश नाले में फेंकी, आरोपी दुर्गेश गिरफ्तार

नरसिंहपुर। जिले के मुंगवानी थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज हत्या का मामला सामने आया है। ग्राम जेरा में मवेशी चराने के विवाद ने इतना गंभीर रूप ले लिया कि एक युवक ने अपने ही गांव के 41 वर्षीय संतोष गौंड की कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ने लाश को जंगल के एक नाले में फेंक दिया। पुलिस ने आरोपी को घटना के कुछ ही घंटों में दबोच लिया।
ऐसे खुला हत्या का राज
थाना प्रभारी संजय सूर्यवंशी ने बताया कि 7 अगस्त 2025 को जेरा निवासी संतोष पिता रामदयाल गौंड के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। परिजनों ने उस समय गांव के ही दुर्गेश गौंड पर शक जताया था, लेकिन पुलिस को उससे संतोषजनक जानकारी नहीं मिली।
22 सितंबर को गांव के कुछ मवेशी चराने वाले ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी कि जंगल के नाले के पास एक कंकाल पड़ा है। सूचना पर एसडीओपी गोटेगांव सहित पुलिस टीम मौके पर पहुंची और कंकाल को कब्जे में लिया। कपड़ों के आधार पर उसकी पहचान गुमशुदा संतोष गौंड के रूप में की गई।
आरोपी ने कबूला जुर्म
पुलिस ने शक के आधार पर दुर्गेश गौंड को हिरासत में लिया। शुरू में उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन सख्ती से पूछताछ करने पर उसने हत्या की वारदात कबूल ली। आरोपी ने बताया कि उसका संतोष से पहले मवेशी चराने को लेकर विवाद हुआ था और तभी से वह उससे बैर रखता था। मौका मिलने पर उसने कुल्हाड़ी से हमला कर संतोष की हत्या कर दी और शव को जंगल में फेंक दिया।
भागने की फिराक में था आरोपी
जानकारी के अनुसार हत्या के बाद दुर्गेश जिला छोड़कर भागने की तैयारी कर रहा था। इसी बीच पुलिस को खबर लगी और टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को डुडवारा के पास बस में सवार होने से पहले गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
पुलिस की तत्परता से खुली गुत्थी
मुंगवानी पुलिस की टीम— थाना प्रभारी संजय सूर्यवंशी, एएसआई रफीक अहमद, प्रधान आरक्षक करण पटैल, आरक्षक अभिषेक बस्तवार, रामकुमार डेहरिया और नीरज धुर्वे— ने नरकंकाल मिलने के कुछ ही घंटों में आरोपी को गिरफ्तार कर पूरे मामले का पर्दाफाश कर दिया।