सोहागपुर पुलिस की ईमानदारी और इंसाफ की मिसाल — रात में लावारिस कार्टून सुरक्षित किया, दिन में मजदूरों को दिलाया उनका हक
सोहागपुर पुलिस ने ईमानदारी की मिसाल पेश की — लावारिस कार्टून सुरक्षित किया, मजदूरों को थाने में दिलाया मेहनताना, जनता बोली ‘विश्वास की पहचान’।

संवाददाता राकेश पटेल इक्का
सोहागपुर (जनता एक्सप्रेस लाइव)। जब जिम्मेदारी पहचान बन जाए और ईमानदारी आदत — तो पुलिस वर्दी नहीं, भरोसे का प्रतीक बन जाती है। ऐसा ही उदाहरण पेश किया है सोहागपुर थाना पुलिस ने, जिसने एक रात लावारिस कार्टून को सुरक्षित किया और अगले दिन मजदूरों को उनका मेहनताना दिलवाया।
रात में ईमानदारी की मिसाल
बीती रात करीब 9 बजे नया बस स्टैंड सोहागपुर पर एक सफेद बोरी में पैक कार्टून मिला, जिस पर लिखा था “एप्पल किड्स वियर, सोहागपुर।”
रात्रि गश्त के दौरान 112 वाहन में तैनात प्रधान आरक्षक शिवशंकर ने बिना अनदेखा किए बोरी को सुरक्षित थाना में जमा कराया।

जांच में पता चला कि कार्टून एप्पल किड्स वियर के मालिक रियाज शाह का था, जो उस समय नगर से बाहर थे। उनके सेल्समैन सुमित चौरसिया ने थाने पहुंचकर बोरी की पहचान की।
कार्टून खोलने पर उसमें एप्पल किड्स वियर, राजीव मेंसवेयर और अंकुर ड्रेसस का माल निकला, जो शिवम सेल्स डिपो, स्टेशन रोड नर्मदापुरम से बस द्वारा भेजा गया था।
पुलिस की समझदारी भरी अपील
थाना प्रभारी सोहागपुर ने व्यापारियों से अपील की —
“जब भी आपका सामान बस से आए, उसे तुरंत प्राप्त करें। लावारिस हालत में पड़े रहने से नुकसान या चोरी की संभावना रहती है।”
उन्होंने कहा कि पुलिस का उद्देश्य केवल अपराध नियंत्रण नहीं, बल्कि नागरिकों की जान-माल की सुरक्षा और जागरूकता बढ़ाना है।
मजदूरों को मिला इंसाफ
इसी दौरान भौखेड़ी खुर्द के कुछ मजदूरों ने शिकायत की कि ठेकेदार ने उनका मेहनताना नहीं दिया।
थाना प्रभारी ने तुरंत ठेकेदार को बुलाया और थाने में ही मजदूरों को उनका पूरा हक दिलवाया।
इस मानवीय कदम ने साबित किया कि सोहागपुर पुलिस कानून के साथ इंसाफ की भी प्रहरी है।
जनता की आवाज़
स्थानीय नागरिक बोले —
“सोहागपुर पुलिस अब केवल थाने की नहीं, विश्वास की पहचान बन गई है। रात में ईमानदारी और दिन में इंसाफ — दोनों का संगम यहीं देखने को मिलता है।”







