दुर्गा प्रतिमाओं का विधिविधान से विसर्जन, पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद

संवाददाता अवधेश चौकसे
सालीचौका/नरसिंहपुर। गत नवमी को पूर्णाहूति के साथ नौ दिवसीय दुर्गोत्सव का समापन हुआ। नगर और क्षेत्रीय ग्रामों में मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विभिन्न नदियों और जलाशयों में विसर्जन दशहरा से लगातार जारी है और यह सिलसिला पूर्णिमा तक चलेगा।
गाजेबाजे के साथ विदाई
इस दौरान नगर के विभिन्न पंडालों में हवन पूजन किया गया। गुरुवार को सुबह से ही दुर्गोत्सव समितियों ने मां दुर्गा की शोभायात्रा निकाली। भक्तगण अपनी सुविधानुसार नर्मदा नदी के झिकोली, सोकलपुर, ककरा घाट और दुधी नदी के पनागर, अर्जुनगांव, बैरागढ़, लवासर, छैना-कछार आदि घाटों पर मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन ढोल, नगाड़े और डीजे की गूंज के साथ उत्साहपूर्वक कर रहे हैं।
पुलिस प्रशासन की सतर्कता
इस दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन और तैराक घाटों पर पूरी तरह मुस्तैद हैं। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर चौकी प्रभारी मति वर्षा धाकड़ और दर्शन पुलिस प्रशासन घाटों पर निगरानी रख रहे हैं।
भावुक क्षमा याचना का दृश्य
शक्ति तिराहा दुर्गा उत्सव समिति, टावर मोहल्ला, सालीचौका के सदस्यों ने पूर्णाहुति के दौरान मां दुर्गा से क्षमा याचना की। इस अवसर पर बुंदेली गीत के माध्यम से कहा गया:
“भूल चूक क्षमा करो माई, देहूं निंबीआ मै कपूर चढ़ाई, स्वीकार करो महामाई”।
भक्तगण ने कान पकड़कर उठक बैठक लगाकर मां से अपनी भूलें माफ करने का भाव व्यक्त किया। इस पल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और इसे काफी सराहा गया।
आगे की जानकारी
मां दुर्गा का विसर्जन 4 अक्टूबर, शनिवार को होगा। शुक्रवार को भी भूतिया गुफा में विराजमान 21 देवी देवताओं के दर्शनार्थ भक्तों की भीड़ रही।