इटारसी में कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने किया व्यापक निरीक्षण, राजस्व प्रणाली में सुचारू और पारदर्शी कार्यवाही के निर्देश

संवाददाता राकेश पटेल इक्का
इटारसी, नर्मदापुरम — कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने सोमवार को इटारसी स्थित एसडीएम कार्यालय, तहसील कार्यालय और नायब तहसीलदार कार्यालय का विस्तृत निरीक्षण कर राजस्व प्रकरणों एवं न्यायालयीन कार्यवाही का गहन मूल्यांकन किया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने अधिकारियों और कर्मचारियों को नियमित, पारदर्शी और फोकस्ड कार्यवाही सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए।
कलेक्टर ने स्वयं अलमारियों से फाइलें निकालकर पुराने राजस्व प्रकरणों का अवलोकन किया और आरसीएमएस पोर्टल पर रीडर एवं पीठासीन अधिकारी की आईडी पर लंबित प्रकरणों की समीक्षा की। समीक्षा में कई प्रकरण लंबित पाए जाने पर उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी परिस्थिति में प्रकरण लंबित न रखा जाए और सभी अपंजीकृत मामलों का शीघ्र पंजीकरण सुनिश्चित किया जाए।
विशेष रूप से, नजूल नवीनीकरण से संबंधित सभी प्रकरणों में राशि जमा होने के पश्चात हितग्राहियों को सूचना अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराने का निर्देश कलेक्टर ने दिया। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर नजूल पट्टों का अपलोडिंग तंत्र तुरंत शुरू किया जाए, ताकि भविष्य में विवाद और असुविधा उत्पन्न न हो।
कलेक्टर ने एसडीएम श्री निलेश शर्मा और तहसीलदारों की सतर्कता, कार्यकुशलता और समन्वित प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने निर्देश दिए कि पीठासीन अधिकारी प्रकरण प्राप्त होने पर तुरंत कार्रवाई करें और रीडर आईडी से लंबित प्रकरणों को शीघ्र शिफ्ट करें। राहत प्रकरणों में किसी भी प्रकार की पेंडेंसी स्वीकार्य नहीं होगी।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने दांडिक और आपराधिक मामलों के प्रकरणों की भी समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि एसडीओपी एवं थाना प्रभारी के साथ समन्वय कर लंबित मामलों का शीघ्र निराकरण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कार्यालयीन अभिलेखों की जाँच करते हुए स्वच्छता, सुव्यवस्थित अलमारियाँ और अभिलेखागार में पुराने दस्तावेज़ों का स्थानांतरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
साथ ही कलेक्टर ने नायब तहसीलदार कार्यालय का निरीक्षण करते हुए कहा कि सीमांकन प्रकरणों और अन्य लंबित मामलों का शीघ्र निराकरण प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। नव-नियुक्त कर्मचारियों को मार्गदर्शन देते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि कार्यालय में रखे समस्त अभिलेखों की जांच नियमित रूप से करें और कोई भी प्रकरण अपंजीकृत न रह जाए।
कलेक्टर ने तहसील मुख्यालय पर राजस्व न्यायालय के व्यवस्थित संचालन पर भी जोर दिया। उन्होंने निर्देशित किया कि इटारसी क्षेत्र से संबंधित मामलों की सुनवाई इटारसी में, जबकि सीमावर्ती अन्य प्रकरणों की सुनवाई केसला में सुनिश्चित की जाए। कोर्ट संचालन के दिन और कार्यविधि की स्पष्ट सूचना नागरिकों को उपलब्ध कराई जाए, ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
निरीक्षण के दौरान एसडीएम श्री निलेश शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे और कार्यालयीन व्यवस्थाओं में सुधार एवं पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर के निर्देशों के अनुपालन में तत्परता दिखाई।
कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना की यह पहल न केवल राजस्व प्रबंधन में पारदर्शिता और गति सुनिश्चित करेगी, बल्कि नागरिकों के विश्वास को भी मजबूत बनाएगी। इटारसी एसडीएम श्री निलेश शर्मा के नेतृत्व में कार्यालयीन कर्मचारियों की मेहनत और समर्पण के कारण यह निरीक्षण सुचारू और प्रभावशाली रहा।
नर्मदापुरम जिले में प्रशासनिक नेतृत्व की यह स्पष्ट झलक दिखाती है कि समय पर कार्रवाई, सुव्यवस्थित रिकॉर्ड और पारदर्शी प्रशासन नागरिकों के अधिकारों की रक्षा और न्याय के प्रभावी संचालन के लिए कितनी महत्वपूर्ण है।







