अभिमन्यु-3 अभियान: सुरक्षित समाज और संवेदनशील पीढ़ी की ओर कदम
नवरात्रि दुर्गा उत्सव की पावन बेला पर शुरू हुआ विशेष जागरूकता अभियान

संवाददाता राकेश पटेल इक्का
सोहागपुर। पुलिस मुख्यालय एवं वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में 23 सितंबर से 2 अक्टूबर तक विशेष जागरूकता अभियान “अभिमन्यु-3” की शुरुआत की गई। अभियान का शुभारंभ सोहागपुर बस स्टैंड पर स्थापित अस्थायी पुलिस जांच केंद्र में हुआ, जहां आयोजित गोष्ठी ने समाज को नई सोच और नई दिशा का संदेश दिया।
महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान पर जोर
गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि महिलाओं और बालिकाओं के विरुद्ध अपराध तथा घरेलू हिंसा की रोकथाम के लिए केवल कानून ही काफी नहीं है। समाज की मानसिकता में बदलाव आवश्यक है।
विशेष रूप से पुरुषों को जागरूक कर उन्हें न केवल सुरक्षा में सहयोगी, बल्कि सम्मान और समानता के संरक्षक बनाना होगा।
बच्चों में सामाजिक और नैतिक समझ विकसित करने पर बल
वक्ताओं ने महाभारत के अभिमन्यु प्रसंग का उल्लेख करते हुए कहा कि माता-पिता को बच्चों को बचपन से ही सामाजिक, नैतिक, मनोवैज्ञानिक और कानूनी ज्ञान देना चाहिए।
इससे बच्चों में संवेदनशीलता और जिम्मेदारी की भावना विकसित होगी, जो समाज को सुरक्षित बनाएगी।
अभियान का मुख्य उद्देश्य
- महिलाओं के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता बढ़ाना
- बच्चों के आचरण का आकलन और तकनीक के दुष्प्रभावों से बचाना
- शिक्षा और नैतिक मूल्यों पर जोर देना
- समाज की मानसिकता में सकारात्मक बदलाव लाना
सहभागिता और परिणाम
“अभिमन्यु-3” अभियान में विभिन्न विभागों और सामाजिक संस्थाओं की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। इसका उद्देश्य इसे केवल कार्यक्रम न रखकर एक सामाजिक आंदोलन का रूप देना है।
यह अभियान नारी सुरक्षा का संकल्प ही नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित, सशक्त और सम्मानजनक वातावरण का आधार बनेगा।
अभियान के स्लोगन
- सम्मान बचपन से, सुरक्षा जीवन भर
- नारी सम्मान ही समाज की पहचान