Astrology

Surya Grahan 21 September2025: 4 घंटे 24 मिनट तक रहेगा आंशिक ग्रहण, जानें शुभ-अशुभ समय और राशियों पर प्रभाव

Surya Grahan 21 September2025: 21 सितंबर 2025, रविवार को साल का दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। इस दिन सर्व पितृ अमावस्या भी है, जो इसे धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बनाता है। यह सूर्य ग्रहण आंशिक (Partial Solar Eclipse) होगा और इसकी कुल अवधि 4 घंटे 24 मिनट होगी।

सूर्य ग्रहण का समय न केवल खगोलीय दृष्टि से बल्कि धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से भी विशेष महत्व रखता है।

सूर्य ग्रहण का समय

  • ग्रहण प्रारंभ: 21 सितंबर, रात 10:59 बजे
  • ग्रहण समाप्ति: 22 सितंबर, तड़के 3:23 बजे
  • सूतक काल: 21 सितंबर सुबह 10:59 बजे से शुरू

सूतक काल के दौरान पूजा-पाठ, भोजन और नए कार्यों से परहेज़ करना चाहिए। ग्रहण समाप्त होने के बाद ही दान, स्नान और शुद्धिकरण का कार्य शुभ माना जाता है।

ग्रहण कहाँ दिखाई देगा?

यह आंशिक सूर्य ग्रहण भारत के विभिन्न हिस्सों में दिखाई देगा। इसके अलावा एशिया, यूरोप और अफ्रीका के कुछ हिस्सों में भी ग्रहण दिखाई देगा।

धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व

  • यह ग्रहण आंशिक (Partial) है, यानी सूर्य का केवल कुछ भाग ही चंद्रमा द्वारा ढका जाएगा।
  • ग्रहण समाप्ति के समय अश्विन माह की प्रतिपदा तिथि प्रारंभ होगी।
  • सूर्य ग्रहण के बाद शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ होगा।
  • ग्रहण के दौरान विशेष सतर्कता और पूजा-पाठ करना अत्यंत शुभ माना जाता है।

सावधानियाँ और धार्मिक सुझाव

  1. ग्रहण के समय सूर्य को सीधे न देखें, इससे आंखों को नुकसान हो सकता है।
  2. ग्रहण के दौरान भोजन और नए कार्यों से परहेज़ करें।
  3. दान और पूजा का समय ग्रहण समाप्ति के बाद करें।
  4. पितृ पक्ष के दिन होने के कारण पितरों को जल और तर्पण अर्पित करना शुभ होता है।

राशियों पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव

राशिसंभावित प्रभावउपाय/सुझाव
मेषमानसिक तनाव और स्वास्थ्य पर ध्यानहनुमान चालीसा का पाठ, लाल वस्त्र धारण करें
वृषकार्यस्थल पर चुनौतियांपीले फल दान करें, गाय को रोटी खिलाएं
मिथुनपारिवारिक मामलों में सावधानीहनुमान मंदिर में दीप जलाएं
कर्कधन-सम्पत्ति के मामलों में संभलेंसूर्य मंत्र का जाप करें
सिंहकरियर और संबंधों में बदलावलाल वस्त्र में दान करें, सूर्य को अर्घ्य दें
कन्यास्वास्थ्य और यात्रा पर ध्यानगेहूँ या दाल दान करें
तुलानए प्रोजेक्ट में सोच-समझ कर निर्णय लेंपीला वस्त्र धारण करें, सूरज को जल अर्पण
वृश्चिकमानसिक शांति की जरूरतहनुमान या सूर्य मंत्र का जाप करें
धनुयात्रा और धन संबंधी मामलों में सावधानीतिल दान करें
मकरपारिवारिक सुख-शांति में वृद्धिदूध या गाय को दान दें
कुम्भकरियर और वित्तीय मामलों में सोच-समझनारियल या सूर्य मंदिर में अर्घ्य
मीनस्वास्थ्य और मानसिक शांतिजल अर्पण करें और हनुमान मंत्र पढ़ें

ध्यान दें: ये प्रभाव सामान्य ज्योतिषीय दिशानिर्देश हैं। व्यक्तिगत प्रभाव जन्म कुंडली पर निर्भर करता है।

इस सूर्य ग्रहण के दौरान जागरूक रहना, पूजा-पाठ और दान करना न केवल धार्मिक दृष्टि से शुभ है बल्कि स्वास्थ्य और मानसिक शांति के लिए भी लाभकारी माना जाता है।

 

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!