
मेघालय पुलिस ने इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या मामले में बड़ी कार्रवाई की है। इस बहुचर्चित हनीमून मर्डर केस में पुलिस की एसआईटी ने लंबी जांच के बाद शुक्रवार को अदालत में 790 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की। इस चार्जशीट में राजा रघुवंशी की पत्नी सोनम रघुवंशी को मुख्य आरोपी के रूप में नामजद किया गया है।
राजा रघुवंशी मामला क्या है?
इंदौर के व्यापारी राजा रघुवंशी की शादी के तुरंत बाद हनीमून ट्रिप पर जाना उनकी जिंदगी का आखिरी सफर साबित हुआ। आरोप है कि उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर पति की हत्या की साजिश रची थी।
इस साजिश में उनके तीन साथी – आकाश राजपूत, आनंद कुरमी और विशाल सिंह चौहान – भी शामिल थे।
चार्जशीट में क्या-क्या शामिल है?
पुलिस ने यह चार्जशीट सोहरा सब-डिवीजन के प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में दाखिल की।
चार्जशीट में शामिल हैं—
- घटनाक्रम का पूरा ब्यौरा
- गवाहों के बयान
- कॉल रिकॉर्ड्स और मोबाइल डेटा
- फॉरेंसिक रिपोर्ट
- तकनीकी सबूत और साजिश से जुड़े साक्ष्य
चार्जशीट में हत्या, सबूत मिटाने और आपराधिक साजिश की धाराएँ लगाई गई हैं।
किन धाराओं में दर्ज हुआ केस?
आरोपियों पर निम्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज है—
- धारा 103(1) BNS – हत्या
- धारा 238(a) BNS – सबूत मिटाना
- धारा 61(2) BNS – आपराधिक साजिश
सोनम ने क्या माना?
क्राइम सीन रीक्रिएशन के दौरान सोनम रघुवंशी ने माना कि हत्या के वक्त वह मौके पर मौजूद थी।
उसने पुलिस को बताया कि पार्किंग लॉट में उसने ही हत्यारों को इशारा किया था।
यही वजह है कि चार्जशीट में सोनम को मुख्य साजिशकर्ता और आरोपी नंबर-1 के तौर पर नामजद किया गया है।
सप्लीमेंट्री चार्जशीट भी होगी
ईस्ट खासी हिल्स के एसपी विवेक सियेम ने बताया कि इस मामले में तीन और सह-आरोपियों के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
इनमें शामिल हैं—
- प्रॉपर्टी डीलर सिलोमे जेम्स
- लोकेन्द्र तोमर (वह बिल्डिंग मालिक जहां हत्या के बाद सोनम छिपी थी)
- बलबीर अहिरवार (सिक्योरिटी गार्ड)
तीनों पर सबूत छिपाने और नष्ट करने के आरोप हैं। ये पहले गिरफ्तार किए गए थे लेकिन फिलहाल जमानत पर बाहर हैं।
ट्रायल की तैयारी
चार्जशीट दाखिल होने के बाद अब अदालत में ट्रायल प्रक्रिया जल्द शुरू होने की संभावना है।
यह मामला इसलिए बेहद चर्चित रहा क्योंकि हत्या शादी के तुरंत बाद हनीमून ट्रिप के दौरान की गई थी।
अब जब चार्जशीट अदालत में पेश हो चुकी है, उम्मीद है कि इस हाई-प्रोफाइल केस की सुनवाई तेज़ी से आगे बढ़ेगी और न्यायिक प्रक्रिया एक निर्णायक मोड़ पर पहुँचेगी।
यह मामला न सिर्फ़ इंदौर बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बना रहा। अब सबकी नज़रें अदालत में शुरू होने वाली सुनवाई और आने वाले फैसले पर टिकी हैं।