गाडरवारा : जामा मस्जिद में सजाई गई रूहानी महफ़िल, आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा को अकीदत भरा ख़िराज
अहमद रजा की याद में सजी रूहानी महफ़िल

गाडरवारा । जामा मस्जिद में आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा ख़ान रहमतुल्लाह अलैह की पाक याद में एक रूहानी महफ़िल का आयोजन किया गया। यह महफ़िल बुधवार को जोहर की नमाज के बाद शुरू हुई, जिसमें यासीन-ख़ानी, मिलाद-ए-शरीफ़, और ठीक 2 बजकर 38 मिनट पर फ़ातिहा-ख़्वानी अदा की गई। इस दौरान देश की खुशहाली, अमन, और तरक्की के लिए दुआएं की गईं।नौजवानों और बच्चों ने आला हज़रत की शान में नाते पाक पेश की, जिससे माहौल और भी रूहानी हो गया।
नहाफिज व कारी जुबेर आलम साहब ने कहा कि आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा ख़ान रहमतुल्लाह अलैह एक ऐसी शख्सियत हैं, जिनके इल्म, इश्क़-ए-रसूल, और हुब्ब-ए-इस्लाम की मिसाल पूरी दुनिया देती है। उन्होंने आलम-ए-इस्लाम को अहले सुन्नत की पहचान बख़्शी। उनकी तस्नीफ़ात, फतवे, और कलाम आज भी दिलों को रौशन कर रहे हैं ।
इस रूहानी महफ़िल में जामा मस्जिद के अध्यक्ष अबरार खान और मुस्लिम समाज के अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने महफ़िल में शिरकत कर आला हज़रत रहमतुल्लाह अलैह को सच्ची ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश की।
महफ़िल के बाद तबर्रुक तकसीम किया गया और सभी ने मिलकर मस्जिद में लंगर का आनंद लिया। यह आयोजन न केवल आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा की शिक्षाओं और विचारों को याद करने का अवसर था, बल्कि यह अहले सुन्नत की एकता और रूहानी ताकत को भी प्रदर्शित करता है। ऐसी महफ़िलें समाज में अमन और भाईचारे का संदेश देती हैं।