कटनी की अर्चना तिवारी लापता केस में नया मोड़, 14 दिन बाद घर फोन – ग्वालियर का कांस्टेबल जांच के घेरे में
7 अगस्त को नर्मदा एक्सप्रेस से हुई थी लापता, अब GRP की जांच तेज

कटनी (मध्यप्रदेश)। कटनी की रहने वाली अर्चना तिवारी का लापता केस अब नया मोड़ ले चुका है। 7 अगस्त को इंदौर से कटनी के लिए नर्मदा एक्सप्रेस में सवार होने के बाद वह रहस्यमयी तरीके से गायब हो गई थी। अब 14 दिन बाद अर्चना ने अपने परिवार से फोन पर बात की है। परिवार का कहना है कि अर्चना ने मां से बातचीत की, लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि उसने कॉल कहां से किया।
ग्वालियर के कांस्टेबल पर शक
मामले में बड़ा खुलासा यह हुआ है कि अर्चना का ट्रेन टिकट ग्वालियर जिले के एक पुलिस कांस्टेबल ने बुक किया था। इसी आधार पर GRP ने ग्वालियर जिले के भंवरपुरा थाने पहुंचकर संबंधित कांस्टेबल से पूछताछ शुरू की है।
GRP को मिले अहम सबूत
GRP के हाथ ऐसे सबूत लगे हैं जो यह साबित करते हैं कि अर्चना का ट्रेन टिकट कांस्टेबल ने ही बुक किया था। अब इस एंगल से गहन जांच चल रही है।
परिवार को मिली उम्मीद, प्रशासन सख्त
14 दिन बाद अर्चना की आवाज सुनकर परिवार को उम्मीद जगी है, लेकिन वह कहां है और किस परिस्थिति में है, यह अभी साफ नहीं हो पाया है। प्रशासन और GRP मामले की जांच को और तेज कर चुके हैं।