₹64,000 गलती से खाते में आए, पत्रकार ने बिना देर किए लौटाए – ईमानदारी की मिसाल बना गांव का बेटा
"जो हमारा नहीं, वो हम रख नहीं सकते" – नर्मदापुरम जिले के पत्रकार राकेश ने दिखाई सच्ची इंसानियत

नर्मदापुरम। आज के समय में जब लोग पैसों के पीछे भाग रहे हैं, वहीं नर्मदापुरम जिले के एक पत्रकार ने अपनी ईमानदारी से समाज के सामने एक मिसाल पेश की है। सुबह-सुबह जब पत्रकार राकेश (एक्का न्यूज़) ने मोबाइल देखा, तो वे चौंक गए — उनके खाते में अचानक ₹64,000 रुपए आ गए थे।
ना कोई सरकारी योजना, ना कोई उम्मीद, ना किसी की उधारी — बस सीधा पैसा खाते में। कुछ देर तो उन्हें समझ नहीं आया कि यह पैसा आया कहाँ से। तभी फोन आया — सामने से बैंक मैनेजर की घबराई हुई आवाज़ आई,
“नमस्ते भाईसाहब, माफ कीजिएगा, ₹64,000 की रकम गलती से आपके खाते में चली गई है।”
राकेश ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया,
“भूल तो हो गई, लेकिन भगवान का शुक्र कि पैसा सही हाथ में गिरा है।”
उन्होंने बिना कोई सवाल पूछे, तुरंत बैंक जाकर पूरी राशि लौटा दी।
न कोई हंगामा, न शर्त — बस एक सीधी सच्चाई:
“जो हमारा नहीं, वो हम रख नहीं सकते।”
इस घटना ने यह साबित कर दिया कि सच्चाई और ईमानदारी आज भी ज़िंदा है।
राकेश कहते हैं, “हम पत्रकार हैं, रोज़ सच्चाई के बीच रहते हैं। झूठ बर्दाश्त नहीं होता, और जेब में गलत पैसा नहीं रखा जाता। ये हमने अपनी मिट्टी से सीखा है।”
लोगों का कहना है कि ऐसे लोग अब कम मिलते हैं। लेकिन राकेश जैसे ईमानदार इंसान आज भी समाज के लिए उम्मीद की किरण हैं — जो यह याद दिलाते हैं कि ज़मीर ज़िंदा है, तो सच्चाई हार नहीं सकती।