मध्य प्रदेश
हनुमान मंदिर विस्थापन मामले में विश्व हिंदू परिषद के सामने झुका प्रशासन
सभी शर्तों पर बनी सहमति, अतिक्रमणकारियों को जारी हुए नोटिस

संवाददाता राकेश पटेल इक्का
इटारसी। रेलवे स्टेशन के सामने स्थित दक्षिणमुखी श्री हनुमान मंदिर के विस्थापन को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन को प्रशासन ने स्वीकार कर लिया है। परिषद की सभी शर्तों को मानते हुए निर्णय लिया गया, जिससे सकल हिंदू समाज में हर्ष और उल्लास का माहौल बना है।
विहिप का कहना है कि वह पहले दिन से इन्हीं शर्तों पर अडिग था और अब प्रशासन ने इन्हें स्वीकार कर सही निर्णय लिया है।
बनी सहमति के प्रमुख बिंदु
- हनुमान दादा के नाम से दान पत्र लिखा गया, जिसे समयानुसार सार्वजनिक किया जाएगा।
- मंदिर के पीछे किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए नोटिस जारी किए गए।
- नए हनुमान मंदिर का नक्शा प्रस्तुत किया गया।
- मंदिर संचालन समिति में विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों को शामिल किया जाएगा।
- समिति का अधिकार क्षेत्र स्थानीय तहसीलदार/एसडीएम के अधीन रहेगा।
- मंदिर संचालन में पूर्ण पारदर्शिता बरती जाएगी।
- मंदिर परिसर का ब्रह्म वृक्ष (पीपल का पेड़) यथास्थान सुरक्षित रखा जाएगा।
विहिप की प्रतिक्रिया
विश्व हिंदू परिषद ने प्रशासनिक निर्णय का स्वागत करते हुए कहा –
“जो काम पहले होना चाहिए था, वह देर से सही लेकिन अब हो गया। देर आए दुरुस्त आए। अब किसी भी प्रकार का विवाद शेष नहीं है और संगठन विस्थापन को अपनी स्वीकृति प्रदान करता है।”
बैठक में उपस्थिति
चर्चा के दौरान स्थानीय विधायक, नगर पालिका अध्यक्ष, नगर मंडल अध्यक्ष एवं अन्य शासकीय विभागों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
विहिप से प्रमुख रूप से –
- जिला मंत्री चेतन सिंह राजपूत
- नगर उपाध्यक्ष अनिरुद्ध चंसौरिया
- नगर मंत्री यश शर्मा
सहित संगठन के अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।