सोहागपुर का नरसिंह बावड़ी वाला मंदिर जर्जर, नवनिर्माण की दरकार
बैठक में कानूनी अड़चनों पर चर्चा, प्रशासन को सौंपा जाएगा ज्ञापन

संवाददाता राकेश पटेल इक्का
सोहागपुर। नगर का प्राचीन नरसिंह बावड़ी वाला मंदिर (बावड़ी वाला मंदिर) जर्जर अवस्था में पहुंच चुका है। मंदिर की दीवारें टूट-फूट की हालत में हैं और इससे सटी दुकानें भी खस्ताहाल हो गई हैं। धार्मिक महत्व को देखते हुए अब मंदिर और दुकानों के नवनिर्माण की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
बैठक में उठी कानूनी दिक्कतें
नगर में आयोजित बैठक में धर्मगुरुओं, नागरिकों और व्यापारियों ने हिस्सा लिया। बैठक में मंदिर निर्माण से जुड़ी कानूनी अड़चनों पर विस्तार से चर्चा की गई। दुकानों के पुनर्निर्माण को लेकर व्यापारियों ने भी अपना पक्ष रखा।
रिसीवर नियुक्ति का मामला
बैठक में शोभापुर के राजा वाले मंदिर का मुद्दा भी उठा। महंत ने जानकारी दी कि मई 2023 में एसडीएम कोर्ट ने तहसीलदार को मंदिर का रिसीवर नियुक्त किया था, लेकिन अब तक प्रभार नहीं लिया गया है। इससे निर्माण कार्य में देरी हो रही है।
आगे की रणनीति
बैठक में निर्णय लिया गया कि इस पूरे मामले को लेकर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व प्रियंका भलावी को ज्ञापन सौंपा जाएगा। ज्ञापन में नरसिंह बावड़ी वाले मंदिर के नवनिर्माण और रिसीवर नियुक्ति संबंधी कार्रवाई की मांग की जाएगी।
समर्थन की अपील
स्थानीय नागरिकों ने मंदिर नवनिर्माण के लिए सहयोग और समर्थन की अपील की है। उनका कहना है कि मंदिर के पुनर्निर्माण से न केवल धार्मिक आस्था को संबल मिलेगा, बल्कि धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
क्षेत्र को होंगे लाभ
मंदिर का नवनिर्माण होने से क्षेत्र में धार्मिक गतिविधियां बढ़ेंगी, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। साथ ही, क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में भी सुधार की संभावना है।