सेवा पखवाड़ा अंतर्गत सभी संबंधित विभाग अपना योगदान दे : कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना
पीडीएस योजनान्तर्गत प्रतीक्षारत हितग्राहियों सहित राशन प्राप्त कर रहे शेष हितग्राहियों की ईकेवाईसी शीघ्र की जाए पूरी, अधिकारी नियमित रूप से शासकीय संस्थाओं का करे निरीक्षण, कलेक्टर ने समय सीमा की बैठक के दौरान की अभियानों, योजनाओं, तथा अन्य विभागीय कार्यों की समीक्षा

संवाददाता सनी लालवानी
नर्मदापुरम। सोमवार को आयोजित समय सीमा की बैठक के दौरान कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने सेवा पखवाड़ा, सीएम हेल्पलाइन, समय सीमा प्रकरण, अधिकारियों द्वारा शासकीय संस्थाओं के निरीक्षण सहित जनसुनवाई आदि कर्मयोगी आदि अभियानों की विस्तार पूर्वक समीक्षा की। कलेक्टर ने सेवा पखवाड़ा अंतर्गत की जा रही गतिविधियों की विकासखंडवार समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि पखवाड़ा अवधि में सभी संबंधित विभाग अपना अपना शत प्रतिशत योगदान दें। उन्होंने कहा कि अभियान के तहत विभिन्न स्वच्छता, जागरूकता एवं अन्य सकारात्मक गतिविधियों से आम जन को जागरूक करें। कलेक्टर ने कहा कि स्कूल एवं कॉलेज में बच्चो को ऊर्जा संरक्षण के महत्व को समझाएं। उन्होंने कहा इसी प्रकार नगरीय क्षेत्रों में भी सौर ऊर्जा के उपयोग संबंधी जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाए। कलेक्टर ने निर्देश दिए की सभी एसडीएम भी अपने-अपने क्षेत्र में सेवा पखवाड़ा अंतर्गत की जा रही गतिविधियों की निरंतर मॉनिटरिंग करें। उन्होंने निर्देश दिए की सभी संबंधित विभाग निर्धारित कैलेंडर अनुसार सेवा पखवाड़ा अंतर्गत विभिन्न गतिविधियां आयोजित करें।
समय सीमा की बैठक के दौरान कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा करते हुए जिले में विभागों की रैंकिंग की स्थिति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सख्त निर्देश दिए की जिन अधिकारियों द्वारा सीएम हेल्पलाइन शिकायतों के निराकरण में अपेक्षित प्रगति प्राप्त नहीं की गई है। उन सभी अधिकारियों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई प्रस्तावित की जाए। कलेक्टर ने विभागवार सीएम हेल्पलाइन शिकायतों की समीक्षा करते हुए स्वास्थ्य विभाग, एलडीएम, नगरीय प्रशासन, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक आदि विभागों की लंबित शिकायतों की संख्या अधिक होने पर संबंधित अधिकारियों को सख्त रूप से निर्देश दिए कि वर्तमान स्थिति में सुधार करते हुए रैंकिंग एवं ग्रेडिंग में सुधार किया जाए। कलेक्टर ने समाधान ऑनलाइन के लिए चिन्हित सभी बिंदुओं से संबंधित शिकायतों का विस्तारपूर्वक परीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी गंभीरता पूर्वक जनसुनवाई के प्रकरणों में समय पर निर्धारित पोर्टल पर जवाब दर्ज करे। कलेक्टर ने निर्देश दिए की जनसुनवाई के मामलों में जवाब दर्ज न होने का लापरवाही पूर्ण रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी अधिकारी गंभीरतापूर्वक सभी आवेदनों की अद्यतन स्थिति दर्ज करना सुनिश्चित करे। उन्होंने निर्देश दिए की तहसील एवं विकासखंड स्तर पर होने वाली जनसुनवाई की सूचना आम नागरिकों तक व्यापक रूप से प्रचारित की जाए जिससे कि उन्हें तहसील स्तर पर ही अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त हो सके। साथ ही कलेक्टर ने निर्देश भी दिए कि प्रत्येक कार्यालय में हेल्प डेस्क एवं शिकायत निवारण शाखा भी बनाई जाए।
कलेक्टर ने जिला आपूर्ति अधिकारी को निर्देशित किया की खाद्य विभाग प्रतिक्षारत हितग्राहियों के साथ साथ राशन प्राप्त कर रहे शेष हितग्राहियों की ई केवाइसी भी किया जाना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने आदि कर्मयोगी अभियान की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए की सभी विभाग प्रमुख अपने-अपने अधीनस्थ विभागीय कर्मचारियों के डाटा का असेसमेंट कर शेष बचे कर्मचारियों का पंजीयन करवाया जाना सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने अधिकारियों द्वारा विभिन्न शासकीय संस्थाओं के निरीक्षण की भी समीक्षा की। कलेक्टर ने निर्देश दिए की संस्थाओं की जांच के दौरान निरीक्षणकर्ता अधिकारी द्वारा दर्ज की गई टीप के अनुसार सुधारात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास तथा जनजातिय कार्य विभाग के उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि अधिकारियों द्वारा दर्ज की गई टिप के अनुसार सप्तहवार करवाई की जाए। कलेक्टर ने सख्त रूप से निर्देशित किया कि जिन अधिकारियों द्वारा अब तक एक भी निरीक्षण नहीं किया गया है वे सभी शीघ्र ही आवंटित संस्थाओं का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करें साथ ही जिला अधिकारी ब्लॉक लेवल अधिकारियों को निरीक्षण के संबंध में निर्देश भी जारी करें।
बैठक के दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सौजान सिंह रावत, एडीएम श्री राजीव रंजन पांडे, अपर कलेक्टर श्री अनिल जैन, संयुक्त कलेक्टर श्री निलेश शर्मा, श्री देवेंद्र प्रताप सिंह, श्री विजय राय, सिटी मजिस्ट्रेट श्री बृजेंद्र रावत सहित अन्य जिला अधिकारीगण उपस्थित रहे।