भोपाल में रिटायर्ड पीडब्ल्यूडी अफसर के ठिकानों पर लोकायुक्त का बड़ा छापा, 3 करोड़ का सोना और 17 टन शहद बरामद

संवाददाता सनी लालवानी
भोपाल/नर्मदापुरम। लोकायुक्त टीम ने शुक्रवार सुबह लोक निर्माण विभाग (PWD) के पूर्व अधिकारी जी.पी. मेहरा के भोपाल और नर्मदापुरम जिले में चार ठिकानों पर एक साथ छापा मारकर चौंकाने वाली संपत्ति जब्त की है। जांच में 3 करोड़ रुपए का सोना, 17 टन शहद, लग्जरी कारें, मछली पालन केंद्र और कई महंगे कृषि उपकरण मिले हैं।
चार ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई
लोकायुक्त पुलिस ने एक साथ निम्न चार ठिकानों पर छापा मारा –
1️⃣ मणिपुरम कॉलोनी स्थित बंगला (भोपाल)
2️⃣ बावड़िया कला स्थित बंगला (भोपाल)
3️⃣ गोविंदपुरा स्थित K.T. Industries फैक्ट्री
4️⃣ नर्मदापुरम जिले के सोहागपुर तहसील के ग्राम सैनी सेमरी हरचंद का फार्महाउस
फार्महाउस से मिली 17 टन शहद और लग्जरी वाहन
सोहागपुर के ग्राम सैनी स्थित फार्महाउस से लोकायुक्त टीम को मिला:
- 17 टन शहद
- 6 ट्रैक्टर
- 32 निर्माणाधीन कॉटेज, 7 तैयार कॉटेज
- 2 मछली पालन केंद्र, 2 गौशालाएं
- कई महंगे कृषि उपकरण
परिवार के नाम पर चार लग्जरी कारें भी मिलीं —
Ford Endeavour, Skoda Slavia, Kia Sonet और Maruti Ciaz।
फैक्ट्री से बरामद नकदी और दस्तावेज़
K.T. Industries, गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित है, जहाँ पीवीसी पाइप का निर्माण होता है।
यह फैक्ट्री रोहित मेहरा (अफसर के बेटे) और कैलाश नायक के नाम पर संचालित हो रही थी।
छापे में ₹1.25 लाख नकद, प्रॉपर्टी दस्तावेज़ और अन्य अहम कागजात मिले हैं।
भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज
लोकायुक्त एसपी दुर्गेश राठौर ने बताया कि
“सत्यापन के बाद यह स्पष्ट हुआ कि जी.पी. मेहरा ने अपने और परिजनों के नाम पर भोपाल, नर्मदापुरम और सोहागपुर में करोड़ों की नामी-बेनामी संपत्तियां खरीदी हैं।”
इसके बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित 2018) की
धारा 13(2) सहपठित 13(1)(बी) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
कभी संघर्ष से उभरे, अब फंसे आरोपों में
जानकारी के अनुसार, जी.पी. मेहरा नर्मदापुरम जिले के सोहागपुर तहसील के ग्राम सैनी हरचंद के निवासी हैं।
उन्होंने बेहद कठिन परिस्थितियों में शिक्षा प्राप्त कर नौकरी में उच्च पद हासिल किया था।
लेकिन लालच और असीम संपत्ति की दौड़ ने उनका जीवन और प्रतिष्ठा दोनों पर प्रश्नचिह्न लगा दिया।