पिपरिया में शिक्षा का मंदिर शर्मसार: प्राचार्य पर गंभीर आरोप, प्रशासन की चुप्पी पर सवाल

संवाददाता राकेश पटेल इक्का
पिपरिया। हथवाँस के सरकारी स्कूल के प्राचार्य सुरेश श्रीवास्तव पर अशोभनीय हरकत का बड़ा आरोप सामने आया है। महिला शिक्षिका ने खुलासा किया कि प्राचार्य ने उन्हें व्हाट्सएप पर “I LOVE U” संदेश भेजा। यह शिकायत जैसे ही सार्वजनिक हुई, सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई और शिक्षा जगत की साख पर गहरा दाग लग गया।
शिकायत हुई वायरल, BEO कार्यालय की भूमिका संदिग्ध
पीड़ित शिक्षिका ने शिकायत सबसे पहले BEO कार्यालय में दर्ज कराई थी। लेकिन गोपनीय रखने की बजाय वही शिकायत सोशल मीडिया पर लीक हो गई। अब सवाल उठ रहे हैं –
आखिर महिला की शिकायत को सार्वजनिक किसने किया?
क्या विभागीय अधिकारी ही इसे दबाने और भटकाने में लगे थे?
इससे शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
राजनीतिक रसूख से बचाने की कोशिश?
आरोपित प्राचार्य सुरेश श्रीवास्तव, कथित तौर पर एक भाजपा महिला नेत्री के पति बताए जा रहे हैं। यही कारण है कि शिकायत दर्ज होने के बाद भी मामला लंबे समय तक दबाने की कोशिश की जाती रही।
सत्ता और रसूख के चलते पीड़ित शिक्षिका मानसिक रूप से परेशान होती रहीं
और प्रशासन खामोश दर्शक बना रहा।
कलेक्टर ने लिया संज्ञान – क्या अब होगी कार्रवाई?
लगातार विवाद और सोशल मीडिया पर हो रही चर्चाओं के बाद ज़िला कलेक्टर ने इस मामले का संज्ञान लिया है। स्थानीय लोगों और पीड़ित पक्ष को उम्मीद है कि इस बार प्रशासन दोषियों पर सख्त कार्रवाई करेगा और “शिक्षा के मंदिर” को कलंकित करने वालों को बचाया नहीं जाएगा।
नागरिकों में गुस्सा, गरिमा पर संकट
इस पूरे मामले से नागरिकों, अभिभावकों और शिक्षकों में आक्रोश है। लोग कह रहे हैं –
“यदि ऐसे आरोपितों पर कठोर कार्रवाई नहीं हुई, तो शिक्षा और महिलाओं की सुरक्षा दोनों पर खतरा मंडराएगा।”
शिक्षक समाज की गरिमा तभी बच सकेगी, जब दोषियों को बख्शा न जाए।