
जालोर। हड्डियों के कैंसर से जूझ रही प्रियंका उर्फ पीहू (27) ने 2 सितंबर को अंतिम सांस ली। जीवन के आखिरी पलों तक उन्होंने चेहरे पर मुस्कान बनाए रखी। विदा लेने से महज सात दिन पहले ICU में अपना जन्मदिन मनाकर उन्होंने सभी को हिम्मत दी।
ICU में हुआ भावुक जन्मदिन
प्रियंका ने पिता से कहा – “पापा, एक केक ले आइए… मैं अपने आखिरी पल हंसते हुए मनाना चाहती हूं।”
अस्पताल का माहौल उस दिन भावुक हो गया। डॉक्टर, नर्स, परिजन सभी की आंखों में आंसू थे। ICU में प्रियंका ने पति लक्ष्यराज और परिवार के बीच केक काटा। उस पर लिखा था – पीहू-लकी। मुस्कुराते हुए सबको केक खिलाया और बोलीं – “मैं रोते हुए नहीं, हंसते हुए विदा लेना चाहती हूं।”
परिवार की लाड़ली, पढ़ाई में अव्वल
जालोर जिले के पचानवा गांव की प्रियंका चार भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर थीं। उन्होंने BBA किया और CA की पढ़ाई कर रही थीं, लेकिन बीमारी के कारण फाइनल परीक्षा नहीं दे सकीं। जनवरी 2023 में उनकी शादी रानीवाड़ा निवासी बिल्डर लक्ष्यराज सिंह से हुई थी।
बीमारी से संघर्ष
शादी के कुछ ही समय बाद पैरों में दर्द शुरू हुआ। फरवरी 2023 में जांच के बाद पता चला कि उन्हें Ewing Sarcoma (दुर्लभ हड्डियों का कैंसर) है। लगातार सर्जरी और इलाज के बावजूद बीमारी फैलती रही। डॉक्टरों ने परिवार को बता दिया था कि अब समय सीमित है।
आखिरी सांस तक मुस्कुराती रहीं
25 अगस्त को जब सभी रिश्तेदार अस्पताल पहुंचे, प्रियंका ने अचानक कहा – “एक केक लाओ, मैं अपने आखिरी पलों को यादगार बनाना चाहती हूं।”
2 सितंबर की दोपहर प्रियंका ने भाई से कहा – “तू खाना खा ले, मैं कहीं नहीं जा रही।” थोड़ी देर बाद मुस्कुराते हुए उन्होंने अंतिम विदाई दी।
परिवार और डॉक्टर भी हुए भावुक
पिता नरपत सिंह कहते हैं – “लाड़ली ने हमें सिखाया कि चाहे हालात कितने भी मुश्किल हों, जीना मुस्कुराकर ही चाहिए।”
डॉक्टर भी मानते हैं कि प्रियंका जैसी जिंदादिली कम देखने को मिलती है।