नवरात्र महोत्सव में डूबा सालीचौका नगर
खैरापति मंदिर में जलाभिषेक का तांता, नगर सेठानी मां दुर्गा पंडाल में हुआ भव्य कन्या भोज

संवाददाता अवधेश चौकसे
सालीचौका (नरसिंहपुर)।
नवरात्रि का पावन पर्व सालीचौका नगर में भक्ति और आस्था की गंगा बहा रहा है। नगर में जगह-जगह माँ दुर्गा के दिव्य स्वरूपों की स्थापना विशेष सजावट और धार्मिक अनुष्ठानों के साथ की गई है। सुबह से लेकर देर रात तक मंदिरों और पंडालों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है।
नगर के ऐतिहासिक खैरापति मंदिर में सुबह 4 बजे से दोपहर तक भक्तों द्वारा निरंतर जलाभिषेक किया जा रहा है। भक्तों का मानना है कि इस जलाभिषेक से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और परिवार में सुख-समृद्धि आती है। मंदिर परिसर में गूंजते “जय माता दी” के जयकारों ने वातावरण को पूर्णतः भक्तिमय बना दिया है।
सोमवार से आरंभ हुए शारदीय नवरात्र महोत्सव में नगर के विभिन्न क्षेत्रों में माता रानी की भव्य प्रतिमाओं की स्थापना की गई है, जिनकी आकर्षक झांकियां और सजावट लोगों को मंत्रमुग्ध कर रही हैं।
नगर सेठानी मां दुर्गा पंडाल में महा कन्या भोज
बुधवार को नगर के सेठानी मां दुर्गा पंडाल में भव्य नगर कन्या भोज का आयोजन किया गया। सैकड़ों कन्याओं को विधिवत आमंत्रित कर उनके चरण पखारे गए, तिलक लगाया गया और आदरपूर्वक भोजन कराया गया। कन्याओं को भोजन उपरांत उपहार एवं अन्नदान राशि भेंट कर विदाई दी गई।
यह आयोजन नगर के श्री देव राधाकृष्ण मंदिर परिसर में पिछले 50 वर्षों से परंपरागत रूप से होता आ रहा है। यहां स्थापित सेठानी मां दुर्गा की प्रतिमा अपनी विशेष साज-सज्जा और दिव्यता के लिए पूरे क्षेत्र में प्रसिद्ध है।
पूरे आयोजन की व्यवस्था श्री देव राधाकृष्ण मंदिर ट्रस्ट के मार्गदर्शन और जवारे उत्सव समिति के युवकों द्वारा जनसहयोग से की जाती है। दिन-प्रतिदिन यहां दर्शनार्थियों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है।
श्रद्धालुओं की आस्था
भक्तों का कहना है कि नवरात्र केवल उत्सव नहीं, बल्कि शक्ति और साधना का पर्व है। मान्यता है कि इन नौ दिनों में माँ दुर्गा की उपासना से जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं और घर-परिवार में सुख-समृद्धि का वास होता है।