मध्य प्रदेश

नर्मदापुरम में तेंदुओं का आतंक: शावक की मौत, स्कूल बंद, वन विभाग की लापरवाही पर आक्रोश

संवाददाता राकेश पटेल इक्का

नर्मदापुरम। जिले में तेंदुओं की दहशत लगातार बढ़ती जा रही है। अलग-अलग इलाकों में तीन तेंदुओं के देखे जाने से लोगों में भय का माहौल है। पथरौटा स्थित पावर ग्रिड परिसर में मादा तेंदुआ अपने शावकों के साथ दिखाई दी। इसी दौरान करंट लगने से एक शावक की मौत हो गई। घटना के बाद सुरक्षा को देखते हुए स्कूल प्रबंधन ने 4 से 13 सितंबर तक छुट्टी घोषित कर दी है।

वन विभाग की देरी बनी खतरे की वजह

स्थानीय लोगों का कहना है कि तेंदुओं की मौजूदगी की जानकारी वन विभाग को पहले से थी, लेकिन समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। नर्मदापुरम से इटारसी की दूरी सिर्फ 18 किलोमीटर है, फिर भी पिंजरा अब तक नहीं पहुंच पाया। इस लापरवाही के कारण शावक की जान चली गई और रहवासी क्षेत्रों में बड़ा खतरा मंडराने लगा है।

वन विभाग का तर्क और लोगों का गुस्सा

एसडीओ मानसिंह मरावी ने बताया कि बारिश के कारण पिंजरा लगाने में देरी हुई है। एक पिंजरा हिरणचापड़ा में फंसा हुआ है और दूसरा नर्मदापुरम में रखा है। हालांकि, ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग की लापरवाही और धीमी कार्यवाही के चलते ही तेंदुए के शावक की मौत हुई और अब आसपास के इलाकों में लोगों की जान जोखिम में है।

लापरवाही के आरोप

  • तेंदुए की मौजूदगी की जानकारी पहले से थी, फिर भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया
  • समय पर पिंजरा नहीं लगाया गया
  • पिंजरा पहुंचाने में देरी हुई
  • लापरवाही के चलते शावक की मौत हुई

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लोगों की मांग

ग्रामीणों ने कहा कि वन विभाग को तुरंत प्रभावी कार्रवाई करनी चाहिए। तेंदुओं को सुरक्षित पकड़कर जंगल में छोड़ा जाए, ताकि गांवों और स्कूलों में बच्चों और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

 

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