नर्मदापुरम में जैन समाज ने धूमधाम से मनाया पर्युषण पर्व का चतुर्थ दिवस
तीर्थंकर पुष्पदंतनाथ भगवान का मोक्ष कल्याणक महोत्सव, संगीतमय पूजन और निर्वाण लाडू चढ़ाए

संवाददाता राकेश पटेल इक्का
नर्मदापुरम। जैन समाज द्वारा चल रहे पर्युषण महापर्व का चतुर्थ दिवस बड़े ही श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर तीर्थंकर पुष्पदंतनाथ भगवान का मोक्ष कल्याणक महोत्सव आयोजित हुआ, जिसमें समाजजनों ने संगीतमय पूजन कर निर्वाण लाडू चढ़ाए।
उत्तम शौच धर्म की पूजन
चतुर्थ दिवस पर उत्तम शौच धर्म की पूजन संपन्न हुई। इसमें जीवन में नम्रता, विचारों में निर्मलता और लोभ त्यागने के महत्व पर प्रकाश डाला गया।
सांगानेर तीर्थ संस्थान से पधारे विद्वान आयुष भैया जी ने दसलक्षण महामंडल विधान और जैनागम के सबसे बड़े ग्रंथ तत्वार्थ सूत्र का गहन और भावपूर्ण विश्लेषण प्रस्तुत किया, जिसे श्रावक-श्राविकाओं ने ध्यानपूर्वक श्रवण किया।
अध्यक्ष का उद्बोधन
जैन समाज अध्यक्ष संतोष जैन ने कहा –
“सैकड़ों की संख्या में श्रावक-श्रेष्टि परिवार पर्युषण महापर्व में भाग लेकर असीम पुण्य अर्जित कर रहे हैं। उत्तम शौच धर्म का पालन करने से मनुष्य लोभ से मुक्त होकर राग रहित वीतराग भाव को प्राप्त करता है।”
सांस्कृतिक आयोजन
संध्याकालीन मंगल आरती एवं प्रवचन के उपरांत सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। समाज के युवाओं और महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और अपनी प्रतिभा का सुंदर प्रदर्शन किया।
समाजजनों की उपस्थिति
इस अवसर पर समाज के वरिष्ठजन एवं गणमान्य उपस्थित रहे, जिनमें –
मुन्ना लाल जैन, डॉ. आर.के. जैन, प्रवीण जैन, एन.सी. जैन, ज्ञानचंद जैन, प्रभाकर जैन, डॉ. प्रदीप जैन, अरुण जैन, विकास जैन, आर.एल. जैन, आलोक जैन, अभिषेक जैन (सचिव), निर्दोष जैन, नीरज जैन, महावीर जैन, नीरज गोयल, पप्पु जैन, आशीष अस्सी जैन, अमित मोदी, दीपांशु जैन, अंकुर जैन, संदेश जैन, राजा जैन, अपूर्व जैन, संजय जैन, पुनीत, वीरेश जैन, प्रतीक जैन, पार्श जैन, सार्थक जैन, ईशु जैन सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु सम्मिलित हुए।