मध्य प्रदेश

दीपावली पर पुलिस ने लौटाई खुशियाँ: डेढ़ साल से लापता विक्षिप्त महिला और एक साल की बच्ची को केरल से सकुशल परिवार से मिलाया

नरसिंहपुर पुलिस ने दीपावली के दिन मानवता की मिसाल पेश की। सालीचौका थाना क्षेत्र की डेढ़ साल से लापता विक्षिप्त महिला और एक साल की बच्ची को केरल के त्रिशूर से दस्तयाब कर परिवार से मिलाया गया।

संवाददाता: अवधेश चौकसे

सालीचौका (नरसिंहपुर)।
दीपावली के शुभ अवसर पर नरसिंहपुर पुलिस ने मानवीयता की मिसाल पेश की। पुलिस ने डेढ़ साल से लापता एक विक्षिप्त महिला और उसकी एक वर्षीय बच्ची को केरल के त्रिशूर (Thrissur) से सकुशल दस्तयाब कर उनके परिवार से मिलवाया। इस संवेदनशील कार्य से पूरे क्षेत्र में पुलिस की सराहना हो रही है।

विशेष अभियान का हिस्सा बनी सफलता

नरसिंहपुर के पुलिस अधीक्षक डॉ. ऋषिकेश मीणा के निर्देश पर जिले में गुमशुदा व अपहृत बालिकाओं और महिलाओं की दस्तयाबी हेतु विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है।
इसी क्रम में सालीचौका उपथाना क्षेत्र में दिनांक 5 जुलाई 2024 को एक प्रार्थी द्वारा अपनी पत्नी और एक वर्षीय बच्ची की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।

प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने इश्तेहार, व्हाट्सएप ग्रुप्स और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से व्यापक खोजबीन शुरू की। इस प्रयास के परिणामस्वरूप महिला और बच्ची के केरल में होने की जानकारी मिली।

टीम ने 1,700 किमी दूर केरल में खोज निकाला

मामले की पुष्टि होने पर अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) रत्नेश मिश्रा और टीआई विक्रम रजक के निर्देशन में 16 अक्टूबर 2025 को एक विशेष टीम गठित की गई।
टीम ने निरंतर प्रयास करते हुए त्रिशूर, केरल पहुंचकर महिला और बच्ची को सुरक्षित दस्तयाब किया तथा सालीचौका लाकर परिजनों को सौंप दिया।

इस पुनर्मिलन के दौरान परिवार की आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े — दीपावली के दिन यह परिवार अपने बिछड़े सदस्यों से मिल सका।

इनकी रही विशेष भूमिका

इस सराहनीय कार्य में निम्न अधिकारियों व कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा —

  • डीएसपी रत्नेश मिश्रा
  • टीआई विक्रम रजक
  • सालीचौका उपथाना प्रभारी श्रीमती वर्षा धाकड़
  • प्रधान आरक्षक मनोज भारद्वाज
  • आरक्षक जमना प्रसाद रजक

इन सभी के अथक प्रयासों से यह परिवार पुनः एकजुट हो सका।

पुलिस अधीक्षक का उद्देश्य

एसपी डॉ. ऋषिकेश मीणा ने कहा कि “हर गुमशुदा व्यक्ति को उनके परिवार से मिलाना ही अभियान का प्रमुख उद्देश्य है। दीपावली के मौके पर यह सफलता हमारे लिए भी किसी त्योहार से कम नहीं।”

दीपावली पर मानवता की मिसाल

यह घटना इस बात का प्रमाण है कि पुलिस सिर्फ कानून-व्यवस्था तक सीमित नहीं, बल्कि समाज की संवेदनाओं से भी जुड़ी है। नरसिंहपुर पुलिस ने दीपावली के दिन एक परिवार को “खोई खुशियाँ” लौटा कर त्योहार को और भी पवित्र बना दिया।

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