गाडरवारा सिविल हॉस्पिटल में अव्यवस्थाओं का अंबार, डिलीवरी के बाद फर्श पर लेटी रही महिला और नवजात — स्वास्थ्य व्यवस्था वेंटिलेटर पर
गाडरवारा सिविल हॉस्पिटल में डिलीवरी के बाद महिला को बेड नहीं मिला, मां-बच्चा फर्श पर लेटे रहे। स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल, तस्वीर वायरल।

Gadarwara News | Narsinghpur: गाडरवारा के शासकीय सिविल अस्पताल से एक बार फिर स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलने वाली तस्वीर सामने आई है।
अस्पताल में डिलीवरी के बाद महिला को बेड तक नसीब नहीं हुआ, जिसके चलते वह अपने नवजात शिशु के साथ फर्श पर लेटी रही।
यह ताज़ा मामला गुरुवार रात करीब 8 बजे का बताया जा रहा है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि महिला की डिलीवरी के बाद अस्पताल में बेड खाली नहीं होने की बात कहकर स्टाफ ने उसे फर्श पर लेटने को मजबूर कर दिया।
मां और बच्चे की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और लोगों में आक्रोश है।
स्वास्थ्य सुविधाएं सिर्फ कागज़ों में सीमित
गाडरवारा तहसील में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कागज़ों में व्यवस्थाओं को दुरुस्त बताते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही कहती है।
अस्पताल में न तो पर्याप्त बेड हैं, न ही सफाई और मरीजों की देखभाल का उचित प्रबंध।
ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर गरीब प्रसूताओं को इंसानियत के लायक सुविधा कब मिलेगी?
जच्चा-बच्चा की जिंदगी खतरे में
डिलीवरी के बाद फर्श पर लेटी मां और नवजात की यह स्थिति स्वास्थ्य अमले की लापरवाही का उदाहरण है।
महिला और बच्चे की सेहत के लिए यह बेहद खतरनाक हो सकता है।
स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ जांच कर सख्त कार्रवाई की जाए।
लोगों में आक्रोश, सोशल मीडिया पर वायरल
फोटो सामने आने के बाद लोगों ने इसे गाडरवारा की “स्वास्थ्य व्यवस्था का शर्मनाक चेहरा” बताया है।
कई लोगों ने कमेंट किया — “अगर सरकारी अस्पतालों में यही हाल है, तो आम जनता कहाँ जाए?”