कोल्ड्रिफ और नेक्स्ट्रो-डीएस सिरप मध्यप्रदेश में बैन, छिंदवाड़ा में 9 बच्चों की मौत के बाद बड़ा एक्शन

भोपाल। तमिलनाडु के बाद अब मध्यप्रदेश सरकार ने भी कोल्ड्रिफ (Coldrif) और नेक्स्ट्रो-डीएस (Nextro-DS) कफ सिरप पर बैन लगा दिया है। यह फैसला छिंदवाड़ा में इन सिरप्स के सेवन से 9 बच्चों की किडनी फेल होने और उनकी मौत के मामलों के बाद लिया गया।
बताया जा रहा है कि जबलपुर के कटारिया फार्मास्यूटिकल ने यह सिरप छिंदवाड़ा में सप्लाई किया था।
मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि न सिर्फ इन दोनों सिरप्स बल्कि कंपनी के अन्य उत्पादों पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।
राज्य और केंद्र सरकार ने मिलकर SIT और संयुक्त जांच टीम गठित की है, जो मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई चेन की जांच कर रही है।
कैसे हुई सप्लाई?
- जबलपुर के कटारिया डीलर ने सितंबर में चेन्नई की श्री सन फार्मा से 660 बोतल कोल्ड्रिफ सिरप मंगवाई थी।
- इनमें से 594 बोतलें छिंदवाड़ा की तीन मेडिकल शॉप्स में सप्लाई की गईं।
- 66 बोतलें ऑफिस में ही रखी गईं।
यह सिरप महाकौशल क्षेत्र में सिर्फ छिंदवाड़ा में ही सप्लाई होता था।
जांच में क्या निकला सामने?
राष्ट्रीय और राज्य स्तर की जांच में अभी तक कोल्ड्रिफ और नेक्स्ट्रो-डीएस सिरप में डाईएथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) या एथिलीन ग्लाइकॉल (EG) नहीं मिला है।
हालांकि, यह फॉर्मूला 4 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए पहले से प्रतिबंधित था।
जांच टीमें अभी और सैंपल इकट्ठा कर रही हैं और फाइनल रिपोर्ट जल्द आएगी।
फार्मा एसोसिएशन भी निगरानी में
जबलपुर में फार्मास्यूटिकल डीलर और केमिस्ट एसोसिएशन भी इस मामले पर कड़ी नजर रखे हुए हैं।
स्वास्थ्य प्रशासन ने आदेश दिया है कि कोई भी मेडिकल शॉप या अस्पताल इन सिरप्स को न बेचे और न ही इस्तेमाल करे।