कैमोर में बीजेपी नेता हत्याकांड के आरोपियों का एनकाउंटर, गोली लगने से दोनों बदमाश घायल — जबलपुर रेफर
कैमोर में बीजेपी नेता नीलेश रजक हत्याकांड के दोनों आरोपी पुलिस एनकाउंटर में घायल। प्रिंस और अकरम खान को जबलपुर रेफर किया गया। जानें पूरी वारदात और मुठभेड़ की कहानी।

कटनी। मध्यप्रदेश के कटनी जिले के कैमोर में मंगलवार को हुए बीजेपी नेता नीलेश रजक हत्याकांड के आरोपियों का देर रात पुलिस से आमना-सामना हो गया। पुलिस को देखकर बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में दोनों आरोपी प्रिंस और अकरम खान गोली लगने से घायल हो गए। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर इलाज के लिए जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है।
कजरवारा गांव में चली मुठभेड़
कटनी एसपी अभिनव विश्वकर्मा के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम देर रात सूचना के आधार पर कजरवारा गांव पहुंची थी। इसी दौरान दोनों आरोपी बाइक से भागने लगे और पुलिस पर गोलियां चला दीं। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों को पैर में गोली लगी। मौके पर दोनों के पास से एक पिस्टल, तीन जिंदा कारतूस और एक बाइक बरामद की गई।
सुबह बाजार जाते वक्त की थी हत्या
मंगलवार सुबह करीब 11 बजे बीजेपी पिछड़ा वर्ग मोर्चा अध्यक्ष नीलेश रजक अपनी बाइक से बाजार जा रहे थे। तभी कैमोर नगर में बैंक ऑफ बड़ौदा के पास नकाबपोश बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी। सीने में गोली लगने से रजक की मौके पर ही मौत हो गई थी।
CCTV में कैद हुई वारदात
वारदात पास के CCTV कैमरे में कैद हो गई थी। फुटेज में दोनों आरोपी बाइक से आते और फायरिंग कर भागते नजर आए। पुलिस ने फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की थी और 24 घंटे के भीतर मुठभेड़ कर पकड़ा।
लापरवाह पुलिसकर्मी लाइन अटैच
घटना के बाद कैमोर थाना प्रभारी अरविंद चौबे और प्रधान आरक्षक प्रेमशंकर पटेल को लापरवाही बरतने के आरोप में लाइन अटैच किया गया है।
पहले भी मिली थी धमकी
भाजपा विधायक संजय पाठक ने बताया कि आरोपी अकरम खान ने करीब एक महीने पहले बीच बाजार में नीलेश रजक को जान से मारने की धमकी दी थी। उन्होंने कहा कि यह हत्या राजनीतिक साजिश का नतीजा हो सकती है।







