एसडीओपी जितेंद्र पाठक और कोतवाली टीआई कंचन सिंह ठाकुर अभियान में अग्रणी भूमिका

संवाददाता राकेश पटेल इक्का
नर्मदापुरम में “अभिमन्यु 3” अभियान का धमाकेदार मैराथन सोमवार की सुबह 8 बजे नर्मदापुरम पुलिस लाइन से हरी झंडी दिखाकर एसडीओपी जितेंद्र पाठक ने मैराथन की शुरुआत की। दौड़ पुलिस लाइन से निकलकर मीनाक्षी चौक, मीना बाजार और अजाक थाना चौराहा होते हुए वापस पुलिस लाइन पहुंची। जगह-जगह लोग ठाठ-बाट के साथ दौड़ का आनंद लेते नजर आए। कुछ बच्चे चिल्ला-चिल्ला कर बोल रहे थे – “माँ, मैं भी दौड़ूँगा!”
एसडीओपी पाठक ने बताया कि मध्यप्रदेश पुलिस “मैं हूँ अभिमन्यु” अभियान महिलाओं और बालिकाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों और घरेलू हिंसा को रोकने के लिए चलाया जा रहा है। उनका कहना था कि समाज में बचपन से ही बच्चों को लैंगिक समानता, आपसी सम्मान और महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता की शिक्षा देना जरूरी है।
जैसे महाभारत में अभिमन्यु ने गर्भ में ही ज्ञान अर्जित किया, उसी तरह बच्चों को सामाजिक, नैतिक और कानूनी शिक्षा देकर उनका भविष्य जागरूक और सुरक्षित बनाना ज़रूरी है। इस मैराथन के माध्यम से पुलिस ने यही संदेश शहरवासियों तक पहुँचाने की कोशिश की।
मैराथन में भाग लेने वाले बच्चों और युवाओं ने भी खूब उत्साह दिखाया। लोग कह रहे थे – “वाह! पुलिस ने बच्चों के लिए ऐसा बढ़िया संदेश दिया, अब हमारा फर्ज बनता है कि हम भी इसे अपनाएँ।” इस अभियान से बच्चों और बड़ों दोनों में जागरूकता फैल रही है, और समाज में बदलाव की हल्की-हल्की लहर दिखने लगी है।
कोतवाली टीआई कंचन ठाकुर, एएसआई संजय रघुवंशी, अनिता मांझी, मनोहर बरेला और अन्य पुलिस अधिकारी-कर्मचारी इस आयोजन में शामिल रहे। उनकी सक्रिय भागीदारी से यह अभियान और भी प्रभावशाली बना।
अभियान का संदेश साफ है – महिलाओं और बालिकाओं का सम्मान करें, उनका साथ दें और समाज को सुरक्षित बनाएं। जागरूक बनें और सक्रिय रहकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाएं।