ईशाब बैंक पर गंभीर आरोप: छात्रा के नाम पर बिना जानकारी के जारी हुआ ₹40,000 का लोन

शाहपुर (शेलेन्द्र गुप्ता): शाहपुर स्टेशन रोड स्थित प्राइवेट बैंक ईशाब बैंक की शाखा एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गई है। बैंक के कर्मचारियों पर बिना उपभोक्ता की जानकारी के फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोन जारी करने का गंभीर आरोप लगा है।
यह मामला तब सामने आया जब चौकी मोहल्ला निवासी नर्सिंग छात्रा स्वाति कीर को जानकारी मिली कि उसके नाम पर बैंक से ₹40,000 का लोन लिया गया है और उसकी 8 किस्तें भी चुका दी गई हैं। हैरानी की बात यह रही कि स्वाति को इस लोन की कोई जानकारी तक नहीं थी — न खाता खुलवाने की, न एटीएम कार्ड जारी होने की और न ही लोन स्वीकृत लोन होने की।

स्वाति कीर के अनुसार, कुछ महीने पहले एक परिचित महिला रोशनी दीदी ने उनसे एक फॉर्म पर नॉमिनी सिग्नेचर के नाम पर दस्तखत करवा लिए और आधार कार्ड व फोटो पहले ही ले चुकी थीं। कुछ दिन बाद घुमाने के बहाने उसे बैंक ले जाया गया। अब पता चला है कि उस दौरान ही उसके नाम से खाता खोलकर, किसी दीपक जोठे का मोबाइल नंबर जोड़कर OTP लिया गया और लोन स्वीकृत कर दिया गया।
जानकारी मिलने पर जब स्वाति अपने माता-पिता के साथ शाहपुर स्थित ईशाब बैंक पहुंचीं, तो लोन संबंधित अधिकारी नरेश सर ने स्वीकार किया कि यह लोन बैंककर्मी लखन के कहने पर प्रोसेस किया गया था, बिना जरूरी जांच-पड़ताल के।
स्वाति ने आरोप लगाया है कि बैंक ने उनके नाम पर खाता खोला, एटीएम कार्ड जारी किया और ₹40,000 का लोन बिना जानकारी व सहमति के उनके नाम कर दिया गया, जो कि एक गंभीर धोखाधड़ी है। स्वाति का कहना है कि इस पूरे मामले की लिखित शिकायत स्थानीय थाने और बैंक की उच्च शाखा में दर्ज की जाएगी।
इस मामले ने बैंकिंग प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर ग्रामीण और छोटे शहरों में जहां जागरूकता की कमी का फायदा उठाकर भोले-भाले लोगों को फर्जीवाड़े का शिकार बनाया जा रहा है।
अब देखना यह होगा कि बैंक प्रबंधन इस पर क्या कार्रवाई करता है और दोषियों को क्या सज़ा मिलती है