गाडरवारा नवरात्रि पर्व से पहले हाईवा का कहर: बेलगाम डंफर ने ली 3 गौ माताओं की जान, 3 गंभीर घायल

गाडरवारा समाचार:
नवरात्रि पर्व के पूर्व गाडरवारा क्षेत्र में रविवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। एनटीपीसी से डस्ट लेकर सागर की ओर जा रहा बेलगाम डंफर (हाईवा) तेंदूखेड़ा रोड पर चिरहकलां गांव के पास 6 गौ माताओं को कुचलते हुए निकल गया। हादसे में 3 गौ माताओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 3 गंभीर रूप से घायल हो गईं।
हादसे के बाद अफरा-तफरी
घटना की सूचना मिलते ही गाडरवारा थाना प्रभारी विक्रम रजक पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँचे। वहीं थाना पलोहा बड़ा से थाना प्रभारी विजयपाल सिंह भी अपनी टीम के साथ पहुँचे। दोनों थानों की पुलिस ने नगर पालिका गाडरवारा और दयोदय गौशाला के कर्मचारियों के साथ मिलकर घायल गौ माताओं का प्राथमिक उपचार कराया और उन्हें गौशाला पहुँचाया।
एनटीपीसी हाईवा पर स्थानीयों का आरोप
स्थानीय लोगों का कहना है कि एनटीपीसी से डस्ट ढोने वाले हाईवा अत्यधिक तेज गति से चलाए जाते हैं, जिससे आए दिन दुर्घटनाएँ हो रही हैं।
ग्रामवासियों ने बताया कि –
- दुर्घटनाग्रस्त वाहन की रफ्तार बहुत अधिक थी।
- ट्रेलर गाडरवारा की ओर भाग गया।
- किसी भी व्यक्ति ने वाहन का नंबर नहीं देख पाया, जिसके कारण पुलिस को अब तक जानकारी नहीं मिल सकी है।
लोगों ने सवाल उठाया कि जब सड़क संकरी है तो इन भारी वाहनों को यहाँ से क्यों निकाला जा रहा है। यदि निकलना जरूरी है तो कम से कम पशुओं की सुरक्षा के लिए ठोस इंतजाम किए जाने चाहिए।
गौशालाओं की स्थिति पर उठे सवाल
गौ सेवकों ने आरोप लगाया कि जिले में मौजूद गौशालाओं में से सिर्फ 30 प्रतिशत ही नियमित रूप से संचालित की जा रही हैं। यही कारण है कि बेसहारा गौ माताएँ सड़कों पर भटकने को मजबूर हैं और इस तरह के हादसे हो रहे हैं।
प्रशासन से मांग
गौसेवक महेंद्र भार्गव ने जिला कलेक्टर से अपील की है कि जिले की सभी गौशालाओं को नियमित रूप से संचालित किया जाए। उन्होंने कहा कि –
“केंद्र और राज्य सरकार गौ संरक्षण के लिए योजनाएँ बना रही हैं और सहयोग भी दे रही हैं, लेकिन स्थानीय स्तर पर उचित प्रबंधन न होने से गौ माता पीड़ा झेल रही हैं। यह बेहद दुखद और निंदनीय है।”