ओशो संन्यासियों ने मनाया तीर्थ भारती का महापरिनिर्वाण दिवस, तीन दिवसीय ध्यान शिविर संपन्न

ओशो सन्यासी गाडरवारा। स्थानीय ओशो लीला आश्रम में समबुद्ध ओशो के पिता स्वामी देव तीर्थ भारती (बाबूलाल जैन) के महापरिनिर्वाण दिवस पर तीन दिवसीय ध्यान शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर स्वामी ध्यान आकाश के सानिध्य में सम्पन्न हुआ, जिसमें ओशो की विभिन्न ध्यान विधियों का अभ्यास कराया गया।
ओशो सन्यासी श्रद्धांजलि और ध्यान साधना
महापरिनिर्वाण दिवस पर ओशो संन्यासियों ने विशेष ध्यान विधियों, भजन-कीर्तन, आनंद नृत्य और साक्षी भाव में ओशो के पिता को श्रद्धांजलि अर्पित की।
बताया जाता है कि स्वामी देव तीर्थ भारती ने अपने महापरिनिर्वाण के दिन ही संबोधि और बुद्धत्व प्राप्त किया था, जिसे उनकी आध्यात्मिक यात्रा का शिखर माना जाता है।
ओशो परिवार का योगदान
ओशो के पिता बाबूलाल जी जैन और माता सरस्वती जैन ने पुणे स्थित ओशो इंटरनेशनल कम्यून में अपने ही पुत्र रजनीश ओशो से सन्यास दीक्षा ली थी। दीक्षा के बाद बाबूलाल जी को स्वामी देव तीर्थ भारती और माता को मा सरस्वती नाम दिया गया। दोनों ने ओशो की आध्यात्मिक यात्रा में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
साधकों का अनुभव
तीन दिवसीय शिविर में स्थानीय और बाहरी संन्यासियों ने भाग लिया। प्रतिभागियों ने ओशो की ध्यान विधियों का अभ्यास कर अपने अनुभव साझा किए।
ओशो लीला आश्रम के मीडिया प्रभारी स्वामी राजेश नीरस ने शिविर में शामिल सभी संन्यासियों का आभार व्यक्त किया और आयोजन की सफलता में सहयोग देने वालों की सराहना की।
Also Read-पापा, एक केक ले आइए… ICU में मनाया आखिरी जन्मदिन, मुस्कुराते हुए दुनिया को अलविदा कह गई 27 साल की पीहू
आयोजन का महत्व
महापरिनिर्वाण दिवस का यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा से भरा रहा, बल्कि यह ओशो की शिक्षाओं और उनके पिता के संबोधि क्षण को याद करने का भी एक माध्यम बना।
Get Bajaj Ceiling Fan @ Rs 1399 Worth Rs 2670 only on Flipkart
CLICK HERE- Shop Now!
https://fktr.in/53nWV4S